MCV Test in Hindi | MCV टेस्ट: सम्पूर्ण जानकारी

नमस्कार साथियों जैसा कि आप सब जानते हैं की वर्तमान समय में विभिन्न प्रकार की बीमारियां चल रही है यदि इनका सही समय पर पता ना चले और सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह है कभी गंभीर रूप ले लेती है। इन बीमारियों का पता लगाने के लिए विभिन्न प्रकार के ब्लड टेस्ट यूरिन टेस्ट और स्क्रीन टेस्ट किए जाते हैं। इनमें से एक रक्त टेस्ट MCV है। 

MCV Test in Hindi: MCV (Mean Corpuscular Volume) एक खून की जांच होती है जो रक्त के लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) के आकार का औसत माप देती है। यह माप लाल रक्त कोशिकाओं के सामान्य स्वास्थ्य और कार्य को समझने में मदद करता है। MCV टेस्ट आमतौर पर एक पूर्ण रक्त गणना (CBC) टेस्ट के हिस्से के रूप में किया जाता है।

MCV टेस्ट क्या है?

MCV (Mean Corpuscular Volume) टेस्ट एक रक्त परीक्षण है, जो लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) के औसत आकार को मापता है। इसे आमतौर पर एक सामान्य रक्त परीक्षण (CBC) का हिस्सा माना जाता है। MCV का परिणाम बताता है कि लाल रक्त कोशिकाएँ छोटी, सामान्य, या बड़ी हैं।

MCV का उपयोग विशेष रूप से एनीमिया के प्रकार का पता लगाने, विटामिन B12 या फोलिक एसिड की कमी का निदान करने, और कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत देने के लिए किया जाता है। अगर MCV का स्तर बढ़ा हुआ है, तो यह “मैक्रोसाइटिक” एनीमिया का संकेत हो सकता है, और अगर यह कम है, तो यह “माइक्रोसाइटिक” एनीमिया का संकेत देता है।

MCV की नॉर्मल रेंज क्या है?

Mean Corpuscular Volume (MCV) की सामान्य रेंज आमतौर पर 80 से 100 फेम्टोलिटर (fL) होती है।

हालांकि, यह मान उम्र, लिंग और स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है। किसी भी असामान्य MCV स्तर (कम या ज्यादा) का मतलब हो सकता है कि शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी है या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं।

MCV टेस्ट क्यों किया जाता है?

जब व्यक्ति को हीमोग्लोबिन कम होने लगता है और आरबीसी का स्तर घटने लगता है तब एमसी टेस्ट द्वारा आरबीसी के औसत आकार का पता किया जाता है। MCV टेस्ट करने का मुख्य उद्देश्य है:

  • एनीमिया के प्रकार का निर्धारण करना।
  • रक्त कोशिकाओं के आकार में असामान्यता का पता लगाना।
  • शरीर में विटामिन B12 या फोलिक एसिड की कमी का पता लगाना।
  • लीवर की बीमारियों की पहचान करना।

MCV बढ़ने के क्या कारण होते हैं?

MCV का स्तर बढ़ने के विभिन्न कारण हो सकते हैं जिनमें कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार से – 

  • विटामिन B12 और फोलिक एसिड की कमी: इन पोषक तत्वों की कमी से रक्त कोशिकाओं का आकार बड़ा हो सकता है।
  • अल्कोहल का अधिक सेवन: लंबे समय तक अधिक मात्रा में शराब पीने से भी MCV बढ़ सकता है।
  • लिवर की बीमारियाँ: लीवर की कुछ बीमारियाँ जैसे सिरोसिस MCV में वृद्धि का कारण बन सकती हैं।
  • हाइपोथायरॉइडिज्म: थायरॉइड की कमी से भी MCV का स्तर बढ़ सकता है।
  • दवाओं का सेवन: कुछ दवाएं जैसे कीमोथेरपी और एंटीवायरल दवाएं MCV को प्रभावित कर सकती हैं।

MCV को नियंत्रित कैसे किया जाए?

MCV का स्तर निमंत्रित करने के लिए हम बहुत से उपाय कर सकते हैं जैसे संतुलित आहार जिसमें विटामिन B12, फोलिक एसिड और आयरन से भरपूर भोजन का सेवन करने से MCV को काम किया जा सकता है। अल्कोहल का सेवन कम या बंद करना MCV को नियंत्रण करने में सहायक हो सकता है।

अगर दवाओं का असर MCV पर पड़ रहा है, तो डॉक्टर से परामर्श लें और दवाओं को बदलने पर विचार करें। शारीरिक रूप से सक्रिय रहने से संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है और रक्त की गुणवत्ता भी बढ़ती है।

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रोकथाम के घरेलू उपाय

  • हरी पत्तेदार सब्जियाँ: जैसे पालक, मेथी और ब्रोकली में फोलिक एसिड पाया जाता है।
  • अंडे और मांस: इनमें विटामिन B12 होता है जो रक्त कोशिकाओं के विकास में मदद करता है।
  • नारियल पानी: शरीर को हाइड्रेट रखता है और कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
  • आयरन युक्त भोजन: जैसे चुकंदर, सेब और अनार रक्त की गुणवत्ता में सुधार करते हैं।

FAQs

MCV टेस्ट के लिए विशेष तैयारी की आवश्यकता है?

नहीं, MCV टेस्ट के लिए आमतौर पर कोई विशेष तैयारी की आवश्यकता नहीं होती है।

क्या MCV का स्तर बढ़ने से कोई गंभीर समस्या होती है?

हाँ, अगर MCV का स्तर लगातार बढ़ा हुआ है, तो यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है।

क्या MCV का स्तर सामान्य किया जा सकता है?

हाँ, सही पोषण, जीवनशैली में बदलाव, और उचित दवाओं के सेवन से MCV का स्तर सामान्य किया जा सकता है।

MCV का सामान्य स्तर क्या होता है?

सामान्यतया, MCV का सामान्य स्तर 80-100 fL होता है, लेकिन यह उम्र, लिंग और स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर कर सकता है।

निष्कर्ष

MCV टेस्ट रक्त कोशिकाओं के आकार को मापकर विभिन्न बीमारियों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। MCV के असामान्य स्तर को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और इसकी जाँच तथा नियंत्रण के लिए डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। सही पोषण और जीवनशैली से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

ऐसा करते हैं कि आप सभी को इस पोस्ट से एमसी टेस्ट के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी यदि किसी और अन्य टेस्ट के बारे में जानना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं (MCV Test in Hindi) यदि इस पोस्ट मैं दी गई जानकारी आपको हेल्पफुल लगी हो तो आप इसे अपने दोस्तों और परिवार जनों के साथ शेयर कर सकते हैं।

Sushil Niranjan

मैं सुशील निरंजन लैब टेक्नीशियन हूं और हेल्थ के क्षेत्र में जानकारी रखता हूं एवं हेल्थ से संबंधित जानकारी सांझा करना अच्छा लगता है और लिखना पसंद है इसीलिए मैं आपके लिए जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से लिखता हूं आशा है यह पोस्ट आपको पसंद आती होगी आगे भी लिखता रहूंगा

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