Bleeding Time Test in Hindi: ब्लीडिंग टाइम (BT) टेस्ट क्या है?
Bleeding Time Test in Hindi: इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे कि BT टेस्ट क्या होता है और यह है क्यों आवश्यक होता है। रक्त की कई तरह की जांचें होती हैं, जो शरीर के अलग-अलग पहलुओं को समझने में मदद करती हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण परीक्षण BT (ब्लीडिंग टाइम) टेस्ट है। यह परीक्षण विशेष रूप से रक्त के जमने की प्रक्रिया को मापने के लिए किया जाता है।
जब आपको कोई चोट लग जाती है तो आपके शरीर से को रक्त स्त्राव को रोकने और सुरक्षात्मक परत बनाने के लिए प्लेटलेट्स और क्लोटिंग फैक्टर नमक रक्त कोशिकाओं की आवश्यकता होती है।
हालांकि रक्तस्राव कारों वाले रोगों में एक प्लेटलेट या क्लोटिंग फैक्टर सही तरीके से काम नहीं करते जिससे बहुत अधिक रक्त स्राव होता है इस परीक्षण का उपयोग यह मापने के लिए किया जाता है कि विकारों वाले पेशेंट में कितने टाइम तक रक्त का स्त्राव होता है। तो आईए जानते हैं विस्तार से –
Contents
BT टेस्ट क्या है | What is Bleeding Time Test in Hindi
BT टेस्ट(Bleeding Time Test in Hindi) एक समान चिकित्सा परीक्षण है। जो है माता है कि किसी व्यक्ति को चोट लगने पर रक्त का बहाव बंद होने में कितना टाइम लगता है। इससे का उपयोग यह जानने के लिए किया जाता है कि प्लेटलेट की संख्या या क्लार्टिंग फैक्टर सही तरीके से कम कर रहे हैं या नहीं।
BT टेस्ट की प्रक्रिया
BT टेस्ट एक बहुत ही सरल और रक्त परीक्षण होता है। डॉक्टर द्वारा आपकी त्वचा पर एक छोटा सा कट लगाया जाता है। इस कट से रक्त बहने लगता है और डॉक्टर इस रक्त के बहाने का समय नोट करते हैं। इसके बाद डॉक्टर एक स्टॉपवॉच का उपयोग करके यह देखते हैं कि रक्त बहाव कितनी देर में रुकता है। समानता टेस्ट की नार्मल रेंज 1 से 9 मिनट के बीच होती है यदि इस समय से ज्यादा समय बाद रक्त बहाव रुकता है तो आपको समस्या हो सकती है। इस स्थिति में आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
BT टेस्ट क्यों किया जाता है?
BT टेस्ट मुख्य रूप से तब किया जाता है जब व्यक्ति को किसी प्रकार की समस्या होती है जिम निम्नलिखित लक्षण पाए जाते हैं जैसे बार-बार नाक से खून बहना, हल्की चोट लगने पर भी अत्यधिक रक्त बहाव होना, महिलाओं में अत्यधिक मशीक धर्म रक्तस्राव होना, किसी भी सर्जरी से पहले रक्त जमाव की स्थिति का आकलन करना इन स्थितियों में BT टेस्ट किया जाता है।
BT टेस्ट के परिणाम
सामान्य: यदि रक्त 1 से 9 मिनट में जम जाता है, तो इसे सामान्य माना जाता है।
असामान्य: यदि रक्त का बहाव इससे अधिक समय तक चलता है, तो यह प्लेटलेट्स की कार्यक्षमता या संख्या में कमी का संकेत हो सकता है, जिससे अधिक जाँच की आवश्यकता हो सकती है।
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BT टेस्ट के संभावित खतरे
BT टेस्ट एक बहुत ही सुरक्षित प्रक्रिया है। इसमें कुछ मामूली खतरे हो सकते हैं जैसे चोट की जगह पर हल्की सूजन या निशान बन्ना, चोट से बहने वाले खून को रुकने में अधिक टाइम लग सकता है।
निष्कर्ष
BT टेस्ट एक सरल लेखन महत्वपूर्ण जांच है जो हमें यह जानने में मदद करती है(Bleeding Time Test in Hindi) कि यह हमारे रक्त में प्लेटलेट की स्थिति या क्लेरिटी फेक्टर की स्थिति कैसी है। और रक्त कितनी जल्दी जमता है। अगर आपके डॉक्टर को लगता है कि आपके शरीर में रक्तस्राव से जुड़ी समस्या हो सकती है। तो भी आपको यह टेस्ट करने की सलाह दे सकते हैं। आशा करते हैं कि आपको BT टेस्ट से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी। यदि आपके मन में कोई सवाल आता है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं और इस पोस्ट को अपने दोस्तों या परिवार जनों के साथ शेयर कर सकते हैं।
FAQs
क्या BT टेस्ट दर्दनाक होता है?
BT टेस्ट बहुत ही मामूली दर्द या जलन पैदा कर सकता है, लेकिन यह अस्थायी होता है और सामान्यतः 10 मिनट के भीतर पूरा हो जाता है।
मुझे BT टेस्ट की तैयारी कैसे करनी चाहिए?
BT टेस्ट के लिए कोई विशेष तैयारी की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन अपने डॉक्टर को किसी भी दवाई के बारे में बताना महत्वपूर्ण है जो आप ले रहे हैं, क्योंकि कुछ दवाएं रक्त के जमने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं।
BT टेस्ट कब करवाना चाहिए?
यदि आपके डॉक्टर को संदेह है कि आपके शरीर में रक्तस्राव से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है, तो वे आपको BT टेस्ट कराने की सलाह देंगे।
ब्लीडिंग टाइम कितना होना चाहिए?
सामान्य रक्तस्राव का समय 1 से 9 मिनट के बीच होता है उसे सीमा से बाहर के परिणाम की संख्या प्लेटलेट दोस्त का संकेत दे सकते हैं।
ब्लीडिंग टाइम कैसे चेक करें?
उंगली पर छोटा सा कट लगाकर टाइमर का उपयोग करके रक्त को 1 मिनट में दो बार सुख लिया जाता है जब सूखने के बाद और खून बहना बंद हो जाता है। तो समस्या रुक जाती है। इस प्रकार ब्लीडिंग टाइम चेक किया जाता है।
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