HbA1c टेस्ट क्या है: संपूर्ण जानकारी । What is HbA1c test in Hindi

HbA1c test in Hindi: Diabetes management में HbA1c टेस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह टेस्ट डायबिटीज को नियंत्रित करने की लंबे समय की अवधि की जानकारी प्रदान करता है जिससे आपके डॉक्टर को यह समझने में आसानी होता है कि आपका ब्लड शुगर लेवल कितने समय से नियंत्रित है या नहीं है इस ब्लॉक में हम जानेंगे कि hba1c टेस्ट क्या है यह कैसे काम करता है और यह क्यों आपकी स्वस्थ देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तो आईए जानते हैं विस्तार से-

HbA1c टेस्ट क्या है। What is HbA1c test in Hindi

(What is HbA1c test in Hindi) HbA1c (हीमोग्लोबिन A1c) एक रक्त का टेस्ट है जो आपका ब्लड शुगर लेवल का पिछले दो से तीन महीने का औसत बताता है कि आपका 3 महीने की शुगर लेवल का औसत क्या है 

Hba1c हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद प्रोटीन है। Hba1c का मतलब है ग्लूकोज और हीमोग्लोबिन का एक साथ जुड़ना (हीमोग्लोबिन’ग्लाइकेटेड’)  होता है बनने वाले hba1c की मात्रा सीधे आपके रक्त में ग्लूकोज की मात्रा से संबंधित होती है

लाल रक्त कोशिकाएं औसतन 120 दिन तक जीवित रह सकते हैं इसलिए HbA1c संकेत देता है कि पिछले 3 महीने में आपके रक्त में कितनी ब्लड शुगर रही है यह 3 महीना का औसत ब्लड शुगर को दर्शाता है यह रक्त शुगर टेस्ट  से अलग है जो मापता है कि उसे समय रक्त में कितनी शुगर है। हीमोग्लोबिन आपके लाल रक्त कोशिका होना होता है और आपके शरीर में ऑक्सीजन ले जाने का काम करता है।

HbA1c कैसे काम करता है?

जब आपके रक्त में ग्लूकोज का स्तर बताता है, जो ग्लूकोज हेमोग्लोबिन के साथ मिल जाता है और ‘ग्लाइकेटेड हेमोग्लोबिन’ (HbA1c) बनाता है। यह ग्लाइकेटेड हेमोग्लोबिन रक्त में ग्लूकोज के स्तर की औसत माप प्रदान करता है। चूंकि हेमोग्लोबिन की आयु 2-3 महीने होती है, HbA1c टेस्ट आपके ब्लड शुगर लेवल के लंबे समय के डेटा को प्रतिबिंबित करता है।

HbA1c टेस्ट कैसे किया जाता है?

HbA1c टेस्ट एक साधारण रक्त जान रक्त की जांच है इसमें रक्त का एक नमूना लिया जाता है और  इस नमूने को प्रयोगशाला में भेज दिया जाता है वहां पैथोलॉजिस्ट के द्वारा इसका परीक्षण किया जाता है। ब्लड सैंपल गले में एक विशेष तरह के उपकरण का उपयोग करके hba1c स्टार की मात्रा का मापी जाती है इस जांच का परिणाम आमतौर पर प्रतिशत स्वरूप में होता है जैसे की 6% या 7% होता है। इस परिणाम के अनुसार आपका डॉक्टर आपके उपचार करेंगे।

HbA1c टेस्ट के परिणाम और उनके महत्व:

  1. नॉर्मल रेंज: HbA1c का सामान्य स्तर आमतौर पर 4% से 5.6% के बीच होता है।
  2. प्रिडायबिटीज: यदि आपका HbA1c स्तर 5.7% से 6.4% के बीच है, तो यह प्रिडायबिटीज का संकेत हो सकता है।
  3. डायबिटीज: यदि आपका HbA1c स्तर 6.5% या उससे अधिक है, तो यह डायबिटीज की पुष्टि कर सकता है।

HbA1c टेस्ट रिजल्ट चार्ट

HbA1c टेस्ट परिणाम चार्ट निम्न प्रकार का होता है:

          HbA1c (%)औसत ब्लड शुगर लेवल (mg/dL)निष्कर्ष
          4.0 – 5.6           68 – 114सामान्य
          5.7 – 6.4          115 – 135प्रीडायबिटीज़ (मधुमेह पूर्व स्थिति)
        6.5 या अधिक             136से अधिकडायबिटीज़(मधुमेह)

नोट:

  • 5.7% से नीचे का HbA1c परिणाम सामान्य माना जाता है।
  • 5.7% से 6.4% के बीच का परिणाम यह दर्शाता है कि व्यक्ति को प्रीडायबिटीज़ है, जिसमें व्यक्ति को मधुमेह होने का खतरा होता है।
  • 6.5% या इससे अधिक का परिणाम दर्शाता है कि व्यक्ति को मधुमेह है।

HbA1c टेस्ट क्यों जरूरी है?

  1. डायबिटीज का प्रबंधन: यह टेस्ट आपको और आपके डॉक्टर को यह समझने में मदद करता है कि आपके ब्लड शुगर लेवल का नियंत्रण कितना अच्छा है।
  2. लंबी अवधि के नियंत्रण का आकलन: HbA1c टेस्ट से आप यह जान सकते हैं कि पिछले 2-3 महीनों में आपका शुगर लेवल कैसे नियंत्रित रहा है, जो डायबिटीज की जटिलताओं से बचने में मदद करता है।
  3. इलाज की प्रभावशीलता का मूल्यांकन: यह टेस्ट यह मूल्यांकन करने में भी मदद करता है कि आपके द्वारा अपनाए गए इलाज या जीवनशैली में बदलाव कितने प्रभावी हैं।

Hba1c को ठीक कैसे करें?

Hb A1c को सामान्य स्तर पर बनाए रखने के लिए निम्नलिखित उपाय मददगार हो सकते हैं:

  • संतुलित आहार: कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ (जैसे साबुत अनाज, हरी सब्जियाँ, दालें) खाएं। चीनी, प्रोसेस्ड और तैलीय भोजन से परहेज करें।
  • नियमित व्यायाम: रोज़ाना कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करें, जैसे तेज़ चलना, योग, या साइकिल चलाना। यह आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • वजन नियंत्रण: यदि आपका वजन अधिक है, तो इसे नियंत्रित करना Hb A1c को कम करने में सहायक हो सकता है।
  • ध्यान और तनाव प्रबंधन: तनाव का प्रभाव ब्लड शुगर पर पड़ सकता है। ध्यान, प्राणायाम, और पर्याप्त नींद लेना मददगार होता है।
  • दवाइयों का सही उपयोग: यदि डॉक्टर ने कोई दवा दी है तो उसे नियमित रूप से लें और बिना परामर्श के दवा बंद न करें।
  • नियमित जाँच: Hb A1c और ब्लड शुगर की नियमित जाँच करते रहें ताकि आप अपने स्वास्थ्य पर निगरानी रख सकें।

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इन उपायों से आप अपने Hb A1c लेवल को बेहतर तरीके से नियंत्रित कर सकते हैं। Hba1c  टेस्ट का रिजल्ट अलग-अलग वजहों से काफी प्रभावित हो सकता है जैसे की प्रेगनेंसी में महिलाओं के ब्लड में शुगर का लेवल अक्सर बढ़ जाता है अगर प्रेगनेंसी में उन महिलाओं का भी शुगर लेवल बढ़ने लगता है जिन्हें पहले कभी शुगर की बीमारी नहीं होती इसलिए जरूरी हो जाता है कि डॉक्टर से सलाह के आधार पर नतीजे को समझने के लिए अपने सही लेवल के बारे में पूछताछ करें।

निष्कर्ष:

HbA1c टेस्ट डायबिटीज के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण उपकरण है। यह टेस्ट न केवल आपके ब्लड शुगर के दीर्घकालिन स्तर को मापता है बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि आप और आपके डॉक्टर सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। यदि आप डायबिटीज से पीड़ित हैं या प्रिडायबिटीज के संकेत दिख रहे हैं, तो नियमित HbA1c परीक्षण आपके स्वास्थ्य की निगरानी में सहायक हो सकता है।

आपको स्वास्थ्य की देखभाल करना प्राथमिकता होनी चाहिए, और HbA1c टेस्ट इसके लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है। अपने डॉक्टर से नियमित रूप से जांच करवाएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी रही होगी। यदि आपके कोई प्रश्न हैं, तो कृपया टिप्पणी करें या अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

FAQ

HbA1c टेस्ट क्या है?

HbA1c टेस्ट एक ब्लड टेस्ट है जो बीते 2-3 महीनों के दौरान ब्लड शुगर (ग्लूकोज) के औसत स्तर को मापता है

HbA1c टेस्ट क्यों करवाना चाहिए?

HbA1c टेस्ट से यह पता चलता है कि पिछली कुछ महीनों में आपकी ब्लड शुगर कितनी नियंत्रित थी। यह टेस्ट डायबिटीज डायग्नोसिस करने और उसकी मॉनिटरिंग के लिए किया जाता है।

HbA1c के नॉर्मल रेंज क्या हैं?

नॉर्मल 5.7% से कम प्री-डायबिटीज  5.7% से 6.4% डायबिटीज 6.5% या उससे अधिक

क्या इस टेस्ट के लिए फास्टिंग की ज़रूरत होती है?

नहीं, HbA1c टेस्ट के लिए फास्टिंग की आवश्यकता नहीं होती है। इसे किसी भी समय करवाया जा सकता है।

HbA1c टेस्ट का रिजल्ट कैसे समझें?

इसका रिजल्ट प्रतिशत में आता है और यह बताता है कि आपकी पिछली 2-3 महीनों की औसत ब्लड शुगर क्या थी। जितना ज्यादा प्रतिशत, उतनी ही शुगर अनियंत्रित रहती है।

कितनी बार HbA1c टेस्ट करवाना चाहिए?

डायबिटीज़ मरीजों को यह टेस्ट हर 3 से 6 महीने में एक बार करवाने की सलाह दी जाती है, ताकि उनके शुगर नियंत्रण पर नजर रखी जा सके।

HbA1c और ब्लड शुगर टेस्ट में क्या अंतर है?

ब्लड शुगर टेस्ट वर्तमान समय की शुगर की मात्रा को मापता है, जबकि HbA1c पिछले 2-3 महीनों की औसत शुगर बताता है।

HbA1c को कम करने के तरीके क्या हैं?

नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, संतुलित डाइट लें, समय पर दवाएं लें,  डॉक्टर की सलाह का पालन करें।

Sushil Niranjan

मैं सुशील निरंजन लैब टेक्नीशियन हूं और हेल्थ के क्षेत्र में जानकारी रखता हूं एवं हेल्थ से संबंधित जानकारी सांझा करना अच्छा लगता है और लिखना पसंद है इसीलिए मैं आपके लिए जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से लिखता हूं आशा है यह पोस्ट आपको पसंद आती होगी आगे भी लिखता रहूंगा

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