TLC (टोटल ल्यूकोसाइट काउंट) टेस्ट क्या है? पूरी जानकारी | What is TLC Test in Hindi

नमस्कार साथियों आप इंटरनेट पर ढूंढ रहे हैं की TLC Test (टोटल ल्यूकोसाइट काउंट) टेस्ट क्या है? तो आज के पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं की टीएलसी ब्लड टेस्ट क्या है (What is TLC Test in Hindi) एवं इसको करवाना क्यों आवश्यक होता हैऔर इसके परिणाम क्या होते हैं इसके बारे में समस्त जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से देने वाले हैं तो चलिए जानते हैं विस्तार से –

TLC (Total Leukocyte Count) टेस्ट एक रक्त परीक्षण है, जो शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं (leukocytes) की कुल संख्या को मापता है। श्वेत रक्त कोशिकाएं, जिसे सफेद रक्त कणिकाएं भी कहा जाता है, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और संक्रमणों से लड़ने में मदद करती हैं।

TLC टेस्ट क्या है?

टीएलसी (TLC) टेस्ट का मतलब है टोटल ल्यूकोसाइट काउंट (Total Leukocyte Count) टेस्ट। यह खून का टेस्ट है इसे डब्ल्यूबीसी काउंट ( WBC count) नाम से भी जाना जाता है। जो आपके शरीर में ल्यूकोसाइट्स, यानि व्हाइट ब्लड सेल्स की कुल संख्या को मापता है। व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और ये संक्रमण, तरह-तरह के वायरस, बैक्टीरिया और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। TLC टेस्ट आमतौर पर संक्रमण, सूजन, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के संदेह में किया जाता है।

WBC (सफ़ेद ब्लड सेल्स) के पांच भाग होते हैं।

  1. न्यूट्रोफिल्स (Neutrophils)
  2. मोनोसाइट्स (Monocytes)
  3. मोनोसाइट्स (Monocytes)
  4. ईोसिनोफिल्स (Eosinophils)
  5. बासोफिल्स (Basophils)

ये सभी प्रकार के WBC मिलकर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं और विभिन्न प्रकार के संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

TLC (WBC COUNT) टेस्ट क्यों आवश्यक है? 

टीएलसी (TLC) टेस्ट महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपके शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) की कुल संख्या को मापता है, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली की स्थिति का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। यह टेस्ट कई कारणों से आवश्यक हो सकता है:

  • संक्रमण की पहचान: उच्च WBC काउंट अक्सर बैक्टीरियल संक्रमण का संकेत हो सकता है। निम्न WBC काउंट वायरल संक्रमण का संकेत हो सकता है।
  • सूजन और एलर्जी: WBC की विभिन्न प्रकार की गिनती से सूजन और एलर्जी प्रतिक्रियाओं का पता लगाया जा सकता है।
  • प्रतिरक्षा प्रणाली की स्थिति: अगर किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है या ऑटोइम्यून बीमारी है, तो TLC टेस्ट यह दिखा सकता है।
  • रक्त संबंधी विकारों का निदान: उच्च या निम्न WBC काउंट विभिन्न रक्त विकारों, जैसे ल्यूकेमिया या एनीमिया, का संकेत हो सकता है।
  • उपचार की प्रगति की निगरानी: संक्रमण, कैंसर या अन्य बीमारियों के उपचार के दौरान WBC काउंट की निगरानी करना महत्वपूर्ण होता है।
  • प्राकृतिक चिकित्सा प्रक्रियाओं की निगरानी: ऑपरेशन के बाद, कीमोथेरेपी या अन्य चिकित्सा प्रक्रियाओं के बाद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की स्थिति को समझने के लिए।

टीएलसी (TLC) टेस्ट कैसे किया जाता है?

टीएलसी (TLC) टेस्ट एक साधारण रक्त परीक्षण है। इसे निम्नलिखित चरणों में किया जाता है:

  1. नमूना एकत्रित करना: एक स्वास्थ्य पेशेवर(पैथोलॉजिस्ट) आपके शरीर से रक्त का नमूना लेने के लिए एक सुई का उपयोग करेगा। आमतौर पर यह नमूना आपकी बांह की नस से लिया जाता है। रक्त को एक छोटी सी ट्यूब में संग्रहित किया जाता है, जिसमें एंटीकोआगुलेंट (खून को जमने से रोकने वाली सामग्री) मिलायी जाती है।
  2. नमूना विश्लेषण: संग्रहित रक्त नमूना को प्रयोगशाला में भेजा जाता है। प्रयोगशाला में, रक्त को एक विश्लेषक में डाला जाता है जो स्वचालित रूप से ल्यूकोसाइट्स की कुल संख्या की गणना करता है।
  3. रिपोर्ट तैयार करना: प्रयोगशाला तकनीशियन परिणामों को रिकॉर्ड करता है और एक रिपोर्ट तैयार करता है, जिसमें कुल WBC काउंट और अन्य विवरण होते हैं। रिपोर्ट को आपके डॉक्टर को भेजा जाता है।
  4. परिणामों की समीक्षा: आपके डॉक्टर परिणामों की समीक्षा करेंगे और आपकी स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर आगे की जांच या उपचार की सलाह देंगे।

टीएलसी(TLC) टेस्ट के लिए रखी जाने वाली सावधानियां:

टीएलसी (TLC) टेस्ट के लिए विशेष सावधानियां तो जरूरी नहीं होतीं, लेकिन कुछ सामान्य सुझाव हैं जिन्हें ध्यान में रखना उपयोगी हो सकता है:

  • टीएलसी (TLC)टेस्ट के लिए आमतौर पर फास्टिंग (खाना-पीना छोड़ना) की आवश्यकता नहीं होती है।
  • नमूना लेने से पहले अच्छी तरह पानी पीना चाहिए जिससे हाइड्रेटेड रहना फायदेमंद होता है, जिससे रक्त का प्रवाह अच्छा रहता है और सुई लगाना आसान होता है।
  • रक्त नमूना देने के लिए अगर आपके डॉक्टर ने कोई विशेष समय निर्धारित किया है, तो उसी समय पर नमूना दें।
  • यदि आप किसी विशेष दवा का सेवन कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में सूचित करें, क्योंकि कुछ दवाएं WBC काउंट पर प्रभाव डाल सकती हैं।
  • रक्त नमूना देने से पहले अत्यधिक शारीरिक गतिविधि से बचें, क्योंकि यह अस्थायी रूप से WBC काउंट को प्रभावित कर सकता है।
  • आराम करें: नमूना देने से पहले कुछ मिनट आराम करें।

इन सावधानियों को अपनाने से टीएलसी (TLC) टेस्ट के परिणाम अधिक सटीक हो सकते हैं और आपके डॉक्टर को सही निदान करने में मदद मिल सकती है।

टीएलसी (TLC)टेस्ट का परिणाम: 

टीएलसी (TLC) टेस्ट का परिणाम कुल ल्यूकोसाइट काउंट (WBC) को दर्शाता है, जो खून में व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या को मापता है। परिणामों की सामान्य सीमा निम्नलिखित हो सकती है, हालांकि यह वयस्कों और बच्चों के लिए भिन्न हो सकता है। सामान्य सीमा की बात करें तो 4,000 से 11,000 व्हाइट ब्लड सेल्स प्रति माइक्रोलीटर खून होती है।

टीएलसी टेस्ट के परिणाम रूप में सामान्य रूप से या तो इसका ब्लड काउंट उच्च होता है जिसे हम हाइपरल्यूकोसाइटोसिस कहते हैंआपके टीएलसी के परिणाम में कुल ल्यूकोसाइट काउंट उच्च होने के संभावित कारण जैसे- बैक्टीरियल संक्रमण,सुजन, टिशु डैमेज, तनाव ल्यूकेमिया या अन्य रक्त विकार कारण हो सकते हैं।

या फिर आपके टीएलसी के परिणाम में आपके कुल ल्यूकोसाइट काउंट (WBC) निम्न होते हैं जिसे हाइपोल्यूकोसाइटोसिस के नाम से भी जाना जाता हैआपके कल लगो साइड काउंटनिम्न होने का कारण वायरल संक्रमण, ऑटोइम्यून बीमारियां, गंभीर पीलिया, कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी, बोन मैरो विकार आदि मुख्य कारण होते हैं।

नोट:-   निम्न WBC काउंट प्रतिरक्षा प्रणाली की कमजोरी या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है।

सामान्य WBC काउंट आमतौर पर यह संकेत करता है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली सामान्य रूप से कार्य कर रही है या नहीं।  उच्च या निम्न WBC काउंट का विश्लेषण करने के लिए डॉक्टर अन्य परीक्षणों की सिफारिश कर सकते हैं, जैसे कि डिफरेंशियल काउंट, या संक्रमण या सूजन की पहचान के लिए विशिष्ट परीक्षण।

TLC (WBC COUNT) को नियंत्रण में रखने के लिए क्या करें?

टीएलसी (TLC) को नियंत्रण में रखने के लिए निम्नलिखित सामान्य जानकारी और उपाय लाभकारी हो सकते हैं:

  • संतुलित आहार: विटामिन और मिनरल्स फल, सब्जियाँ, और साबुत अनाज का सेवन बढ़ाएँ। विशेषकर विटामिन C, विटामिन E, और जिंक से भरपूर आहार मदद कर सकते हैं। उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन स्रोत, जैसे मछली, चिकन, और दालें, शामिल करें।
  • नियमित व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बनाती है और तनाव को कम करती है।
  • पर्याप्त नींद: प्रतिदिन 7-9 घंटे की अच्छी नींद प्रतिरक्षा प्रणाली को समर्थन देती है और शरीर को मरम्मत के लिए समय देती है।
  • तनाव मुक्त: तनाव को नियंत्रित करने के लिए योग, ध्यान, और गहरी सांस लेने की तकनीकों का उपयोग करें।
  • नियमित जांच: नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाएँ और अपने डॉक्टर की सलाह पर ध्यान दें।
  • दवाओं और चिकित्सा: यदि किसी विशेष स्थिति के लिए दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह के बिना दवा की खुराक में बदलाव न करें।

इन उपायों को अपनाकर आप अपनी टीएलसी को नियंत्रण में रख सकते हैं और अपने समग्र स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं टीएलसी टेस्ट स्वास्थ्य की एक सामान्य तस्वीर प्रदान करता है और चिकित्सकों को सही निदान और उपचार योजना बनाने में मदद करता है।

आखिरकार, टीएलसी टेस्ट का परिणाम अकेला निर्णय लेने के लिए पर्याप्त नहीं होता; इसे सामान्य स्वास्थ्य स्थिति, लक्षणों और अन्य परीक्षणों के साथ मिलाकर देखा जाता है। अपने डॉक्टर से परिणामों की विस्तृत व्याख्या और किसी भी आवश्यक उपचार या आगे की जांच के बारे में चर्चा करना महत्वपूर्ण है।

FAQ

Q. क्या कारण है की टीएलसी बढ़ जाती है?

Ans. टीएलसी (Total Leukocyte Count) बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जो आमतौर पर शरीर में किसी संक्रमण या सूजन की प्रतिक्रिया के रूप में होते हैं। इसके कुछ प्रमुख कारण हैं:

  • संक्रमण (Infection): किसी भी प्रकार का बैक्टीरियल, वायरल, या फंगल संक्रमण टीएलसी को बढ़ा सकता है।
  • सूजन या चोट (Inflammation or Injury): शरीर में सूजन या किसी चोट के कारण भी टीएलसी में वृद्धि हो सकती है।
  • एलर्जी (Allergies): कुछ एलर्जिक प्रतिक्रियाएं भी टीएलसी को बढ़ा सकती हैं।
  • दवाओं का प्रभाव (Medication): कुछ दवाएं, जैसे कि स्टेरॉयड्स, टीएलसी बढ़ा सकती हैं।
  • रक्त कैंसर (Leukemia): ल्यूकेमिया जैसी रक्त संबंधी बीमारियों में भी टीएलसी अत्यधिक बढ़ सकता है।
  • तनाव या शारीरिक थकावट (Stress or Physical Exertion): अत्यधिक तनाव या शारीरिक थकावट भी अस्थायी रूप से टीएलसी को बढ़ा सकती है।

टीएलसी के बढ़ने के कारण का सही पता लगाने के लिए डॉक्टर से परामर्श और आवश्यक जाँच कराना महत्वपूर्ण होता है।

Q. शरीर में बच्चों ,वयस्क और नवजात शिशु में टीएलसी का स्तर कितना होना चाहिए? 

Ans. टीएलसी टोटल ल्यूकोसाइट काउंट मानव शरीर में कल सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या दर्शाता है जो की वयस्क और 2 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों के टीएलसी स्तर से नवजात शिशु का टीएलसी स्टार बहुत अधिक होता है। जो की हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को दर्शाता है। बच्चों और नवजात शिशुओं में सामान्य टीएलसी का स्तर आयु के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। नवजात शिशु (Newborns): टीएलसी: 9,000 से 30,000 प्रति माइक्रोलिटर (µL) के बीच हो सकता है। 2 से 6 साल के बच्चे: टीएलसी: 6,000 से 15,500 प्रति माइक्रोलिटर (µL) के बीच होना चाहिए।

यह मानक रेंज सामान्य स्थितियों के लिए हैं। यदि टीएलसी स्तर बहुत अधिक या बहुत कम हो, तो यह किसी संक्रमण या अन्य चिकित्सीय स्थिति का संकेत हो सकता है, जिसके लिए डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक होता है।

Q. क्या होगा यदि टीएलसी 11000 से अधिक बढ़ जाए?

Ans. यदि टीएलसी स्तर समान स्तर से बहुत अधिक है तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है और इसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए ऐसे में तुरंत ही किसी नजदीकी डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक हो जाता है डॉक्टर के अतिरिक्त जांच करा सकते हैं ताकि यह पता चल सके कि ल्यूकोसाइटोसिस का कारण क्या है और इसके अनुसार इलाज की योजना बनाई जा सकती है।

निष्कर्ष

तो साथियों आशा करते हैं कि आपको टीएलसी टेस्ट (TLC Test) के बारे में समस्त प्रकार की जानकारी मिल गई होगी साधारण रूप से टीएलसी टेस्ट सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या का अध्ययन होता है टीएलसी जांच से संबंध है आपके समस्त जानकारी प्राप्त हो गई होगी अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं एवं इस पोस्ट को अपने दोस्तों एवं परिवार जनों के साथ शेयर कर सकते हैं।

Sushil Niranjan

मैं सुशील निरंजन लैब टेक्नीशियन हूं और हेल्थ के क्षेत्र में जानकारी रखता हूं एवं हेल्थ से संबंधित जानकारी सांझा करना अच्छा लगता है और लिखना पसंद है इसीलिए मैं आपके लिए जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से लिखता हूं आशा है यह पोस्ट आपको पसंद आती होगी आगे भी लिखता रहूंगा

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